IIT Delhi से पढ़ाई पूरी होते ही शशांक कुमार ने खड़ी कर दी Agritech कंपनी; DeHaat मचा रहा खूब धमाल
जब हौसला उफान पर हो तो सफलता की परवाह किए बिना लोग आगे बढ़ते चले जाते है | एक ऐसा ही नाम है शशांक कुमार का | जिन्होंने कम उम्र में ही बड़ा नाम कर दिया है | जी हाँ! IIT Delhi से पढाई पूरी होते ही उन्होंने ऐसी कंपनी खड़ी कर डाली जिसके बारे में लोग दूर दूर तक सोच भी नहीं पा रहे होंगे | सफलता किसी भी क्षेत्र में मिल सकती है, बस उस उसके लिए लगन और मेहनत के साथ कुछ कर गुजरने की हिम्मत होनी चाहिए | मेहनत और लगन का ही परिणाम है कि शशांक कुमार ने पढ़ाई पूरी करते ही DeHaat Startup की शुरुआत की |
Agritech कंपनी DeHaat मुख्य रूप से कृषि आधारित ऐप है जिसके माध्यम से किसानों को काफी लाभ पहुँचता है। | साथ ही कृषि से संबंधित सारी समस्याओं का भी समाधान इसके माध्यम से उपलब्ध है | घर बैठें है ऐप के माध्यम से सारी समस्याओं का समाधान लोगों को मिल जाता है | DeHaat के अपने वेयरहाउस और फ्रेंचाइजी स्टोर्स भी हैं। यह फर्म अपने सेक्टर में सबसे बड़ी और पुरानी फर्म में से एक है। एक छोटे से ऑफिस से शुरू हुए DeHaat के सफ़र ने अब गुरुग्राम में भी अपना बड़ा ऑफिस स्थापित किया है। साथ ही DeHaat का एक हेडक्वार्टर पटना में भी स्थित है | DeHaat का सालाना GMV करीब 230-250 करोड़ रुपये है।
शशांक का बचपन ग्रामीण इलाकों में बीता
शशांक कुमार का बचपन ग्रामीण इलाकों में बीता | एक अति साधारण परिवार से आने वाले शशांक कुमार ने अपनी जीवन में काफी संघर्ष किया | ग्रामीण इलाकों से निकलकर शशांक ने फिर IIT Delhi तक का सफ़र तय किया | IIT Delhi से उन्होंने ग्रेजुएशन पूरा किया | इसके बाद साल 2012 में DeHaat की शुरुआत की | इसके पहले शशांक ने एक कंसल्टिंग फर्म में भी काम किया | आपको बात दे कि DeHaat कंपनी की संस्थापक टीम में चार सदस्य हैं | सभी सदस्य IIT और IIM से ग्रेजुएट्स हैं।
शशांक से हुई बातचीत से पता चला कि अच्छे दामों का विकल्प पाकर और बिचौलियों के ना होने की वजह से किसानों को काफी फायदा पहुँच रहा है और साथ ही उन्हें काफी बचत भी हो रही है | यह उनके लिए काफी बेहतर है | इसके साथ ही किसानों को समय समय पर DeHaat के माध्यम से सलाह भी मिलती है जिससे फसल और अच्छा होता है | इसके साथ ही उन्हें दाम भी बेहतर मिल रहे है | शशांक ने बताया कि किसानों को तकनीक आधारित काम के लिए प्रशिक्षित करना भी एक बड़ा काम है | शशांक ने आगे बताया कि व्यावसायिक और पारदर्शी प्रक्रिया है। तकनीक से आने वाले समय में एक नई उम्मीद पैदा होती है । आगे शशांक ने बताया कि फिलहाल कंपनी 1.3 मिलियन किसानों के साथ काम कर रही है और आने वाले चार सालों में कंपनी 20-25 मिलियन किसानों के साथ काम करेगी।
DeHaat कंपनी बीते तीन सालों में 50 गुना से अधिक की वृद्धि कर चुकी है। हालांकि शुरुआत के सात सालों में कंपनी को काफी संघर्ष करना पड़ा | संघर्ष जितना ज्यादा होता है सफलता उतनी बड़ी मिलती है | वहीं हुआ DeHaat के साथ और कंपनी के संस्थापक शशांक कुमार ने इसे अपनी कमजोरी बनने नहीं दी | शशांक ने यह साफ़ किया कि अगर सही मॉडल, सही कार्यविधि होती है तो आपको आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता | धैर्य और साहस के बदौलत उन्होंने यह कर दिखाया | शशांक कुमार ने बताया कि जिस तरह फसल बढ़ने में समय लेती है ठीक उसी प्रकार बिजनेस मॉडल और Startup को आगे बढ़ाने के लिए भी खुद को साबित करने और परिपक्व होने में समय काफी समय लगता है |
शशांक कुमार ने बताया कि कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने हर काम के लिए विशेषज्ञता बनाई और फिर सभी चीजों को डिजिटाइज किया। यही कारण है कि आपको बीते तीन सालों में 50 गुना की वृद्धि दिखाई दे रही है। इसके बिना यह संभव ही नहीं हो पाता |
आपको बता दे कि DeHaat के कुल 10,000 से ज्यादा स्टोर्स 11 शहरों में सफलतापूर्वक चल रहे है | इसके सह-संस्थापक और चीफ एक्जीक्यूटिव शशांक कुमार बताते हैं कि DeHaat एक फुलस्टैक मॉडल है। इसमें किसानों को कृषि चक्र, मिट्टी के परीक्षण, बुआई-रोपाई और बीज, खाद और कीटनाशकों से संबंधित आधुनिक जानकारी मिलती है | जिससे किसानों को काफी लाभ पहुँचता है | DeHaat के माध्यम से किसानों को कस्टमाइज तरीके से सलाह भी मिलती है। इससे किसान कम खर्च करके उर्वरकों का पूरा लाभ लें सकें और मिट्टी की उर्वरता व जल स्तर बरकरार रहे। वे वित्तीय सेवाएं, बीमा, फसल कटाई व बाजार से संबंधित सेवाएं भी देते हैं।