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राजगढ़ का माता जालपा मंदिर पाती के बाद बिना विघ्न के संपन्न होते है, विवाह

नवरात्र में मां देवी जगदम्बा की आराधना साधकों को सिद्धि प्रदान करती है. देश में कई ऐसे शक्तिपीठ और देवी जगदम्बा के मंदिर स्थित है. जिसके दर्शन मात्र से भक्तों के तमाम दुःख दर्द समस्याओं का समाधान हो जाता है. आज हम इस लेख में राजगढ़ जिले में स्थित जालपा माता मंदिर की कहानी बताएंगे…

मध्यप्रदेश के राजगढ़(rajgarh) जिले से तकरीबन 4 किमी दूरी पर खिलचिपुरा रोड में पहाड़ों ,जंगलों के बीच जालपा माता मंदिर स्थित है.पहाड़ी में स्थित मंदिर से राजगढ़ जिले का दृश्य देखना बड़ा ही मन मोहने वाला होता है. वैसे तो मंदिर के इतिहास को लेकर कई तरह की किदवंती स्थानीय लोगों द्वारा सुनाई जाती है. लोगों के अनुसार 600 वर्ष पूर्व राजगढ़ जिले में भील शासकों का साम्राज्य हुआ करता था. उन्ही भील शासकों द्वारा जालपा माता की मूर्ति की स्थापना की गई. दरअसल भील शासक देवी मां को अपनी कुलदेवी के रूप में पूजते थे.उनकी देवी में अपार श्रद्धा थी.भील शासकों के बाद उमठ और परमार वंश के शासकों के द्वारा यहां पूजन किया जाने लगा. कई वर्षो तक यहां स्थित मूर्ति खुले आसमान के वृक्ष के नीचे मौजूद रही मंदिर के पुजारियों के अनुसार कई लोगों ने मंदिर बनाने की कोशिस की पर वह किसी चमत्कार की वजह से निर्माण नही हो पाया. पर अब से लगभग 40 वर्ष पूर्व जनमानस के सहयोग से यह मंदिर निर्माण हो गया शायद देवी की यही इच्छा थी.

मंदिर के चमत्कार से मिल रही प्रसिद्धि

जालपा माता मंदिर में सिद्धपीठ जालपा माता की सिद्धि इतनी है कि जब भी किसी के शादी-विवाह के लिए मुहुर्त नहीं निकलते हैं तो मातारानी के दरबार में पांती रखने के साथ विवाह संपन्न किए जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां की पांती बिना किसी मुहूर्त का शुभ मुहूर्त होता है। शादी विवाह के लिए शादी के जोड़े यहां अपनी अर्जी देने आते है.उसके बाद उनका विवाह बिना किसी विघ्न के संपन्न हो जाता है.वही राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी यह बड़े बड़े राजनेताओं को माता की आराधना के लिए खींचे ले आती है. राजगढ़ में आने वाले एसपी कलेक्टर सर्वप्रथम मां जालपा का आशीर्वाद प्राप्त करते है उसके बाद अपना कार्य प्रारंभ करते है.

जालपा माता मंदिर राजगढ़ कैसे पहुंचे

सड़क मार्ग : ब्यावरा से 25 किलोमीटर ,खुजनेर से 34 किलोमीटर , जीरापुर से 34 किलोमीटर बस ,कार या बाइक से जा सकते है।

रेल मार्ग : ब्यावरा रेलवे जंक्शन से २५ किलोमीटर बस ,कार या बाइक से ।

हवाई मार्ग: भोपाल के राजा भोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से राजगढ़ हेतु बस या कार से 140 किलोमीटर ।

AD Sahu

अरविंद साहू (AD) Freelance मनोरंजन एंटरटेनमेंट Content Writer हैं जो विभिन्न अखबारों पत्र पत्रिकाओं वेबसाइट के लिए लिखते है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी सक्रिय है, फिल्मी कलाकारों से फिल्मों की बात करते है। एशिया के पहले पत्रकारिता विश्वविद्यालय माखन लाल चतुर्वेदी के भोपाल कैम्पस के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के छात्र है।

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